
विराज और पंछी तो सो चुके थे, लेकिन वो गुंडे अब तक उनकी तलाश में थे। खोजते-खोजते आखिर वे उस कंटेनर तक पहुँच गए जहाँ पंछी छिपी थी। वहाँ खाने के पैकेट, बच्चे की गंदगी और बाकी सामान देखकर उन्हें यकीन हो गया कि पंछी यहीं रह रही थी।

विराज और पंछी तो सो चुके थे, लेकिन वो गुंडे अब तक उनकी तलाश में थे। खोजते-खोजते आखिर वे उस कंटेनर तक पहुँच गए जहाँ पंछी छिपी थी। वहाँ खाने के पैकेट, बच्चे की गंदगी और बाकी सामान देखकर उन्हें यकीन हो गया कि पंछी यहीं रह रही थी।
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